ढांचा ढहाने तथा अराजक तत्वों को जेल भेजने की कार्यवाही तुरन्त हो: विहिप
संत प्रदर्शन पर आमादा, यमुना बाज़ार से लाल किले तक यात्रा आज
नई दिल्ली। अगस्त 16, 2012। एक ओर दिल्ली के संतों ने आज सुभाष पार्क बचाओ यात्रा का ऐलान  कर दिया है वहीं विश्व हिन्दू परिषद ने केन्द्र व दिल्ली सरकार को आगाह किया है कि वह सुभाष पार्क मामले में दिल्ली पुलिस को उच्च न्यायालय के निर्णय के आदेश के पालन में रोडा अटकाने से बाज आए। न्यायालय के निर्णय को आज सत्रह दिन बीतने के बावजूद न तो सुभाष पार्क पर अतिक्रमण करने वाले लोगों व पुलिस पर हमला करने वाले अराजक तत्वों को अभी तक गिरफ़्तार ही किया गया है और न ही अवैध ढांचे को तोडा जा सका है। विहिप दिल्ली के महामंत्री श्री सत्येन्द्र मोहन ने आज एक बैठक के बाद कहा है कि सरकारी संरक्षण में आंख मूंद कर अराजक तत्वों को खुली छूट देने तथा न्यायालय के निर्णय के पालन में ढीलम-ढाली करने से दिल्ली में अराजक तत्वों का दबदबा बढा है और वे अब न्यायालय को भी सलाह देने लगे हैं। दूसरी ओर, न्याय प्रेमी हिन्दू समाज अपने मन्दिर की दीवार के ऊपर बनाए गए अवैध ढांचे को न हटाए जाने से आहत है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि अब स्वतंत्रता दिवस व बाबा राम देव के अनशन दोंनों के पूर्ण होने के बाद दिल्ली पुलिस न्यायालय के निर्देशानुसार अपने कर्तव्य का पालन शीघ्रता से करेगी और सत्रह अगस्त को होने वाली सुनवाई से पूर्व अराजक तत्वों को जेल भेज ढांचे को वहां से साफ़ करा कर न्यायालय को सूचित करेगी
इधर दिल्ली संत महा मंडल दिल्ली के महा मंत्री महंत नवल किशोर दास ने पुलिस की अकर्मण्यता के विरोध में आज (शुक्रवार-१७/०८/१२) को दोपहर ग्यारह बजे से यमुना बाज़ार से लाल किले तक सुभाष पार्क बचाओ यात्रा निकालने की घोषणा की है जिसमें दिल्ली के वरिष्ठ सन्तों के साथ राजधानी के सभी धार्मिक व् सामाजिक संगठन भाग लेंगे.
आज झण्डेवालान स्थित कार्यालय में आज हुई बैठक की जानकारी देते हुए विहिप दिल्ली के मीडिया प्रमुख श्री विनोद बंसल ने बताया कि बैठक में पारित एक प्रस्ताव में कहा गया है कि दिल्ली पुलिस द्वारा स्वतंत्रता दिवस व बाबा राम देव के आन्दोलन के कारण व्यस्तता व्यक्त करने की बजह से हिन्दू समाज अभी तक चुप था किन्तु अब यदि कार्यवाही में और देरी हुई तो दिल्ली की जनता चुप नहीं रहेगी। सुभाष पार्क की समस्या के जनक व अतिक्रमण कारी विधायक शोएब इकबाल द्वारा उच्च न्यायालय में दायर की गई याचिका को न्यायालय के समक्ष धृष्टता की संज्ञा देते हुए विहिप ने पूछा है कि ऐसे व्यक्ति को, जिसे जेल की सलाखों के पीछे होना चाहिए, माननीय न्यायालय को ऐसी सलाह देने का क्या अधिकार कि पुरातत्व विभाग के कार्य की कौन निगरानी करेगा और कौन नहीं। ऐसे प्रश्न वही खडा कर सकता है जिसका देश के कानून व न्याय व्यवस्था में विश्वास नहीं हो। जब माननीय न्यायाधीशों ने यह कह दिया कि पुरातत्व विभाग की विश्वशनीयता असंदिग्ध है तो ऐसे प्रश्न खडे करना न्यायालय की अवमानना के बराबर है। विहिप ने केन्द्र व दिल्ली की सरकारों से भी कहा है कि वे दिल्ली पुलिस को न्यायालय के निर्णय की अनुपालना हेतु कहें जिससे लोगों का न्यायालय व कानून में विश्वास कायम रह सके।
 भवदीय
               
विनोद बंसल, (मीडिया प्रमुख)

इंद्र्प्रस्थ विश्व हिंदू परिषद- दिल्ली

मो 9810949109

प्रेस  निमंत्रण : कृपया अपने प्रतिनिधि/संवाददाता/फोटोग्राफर को कार्यक्रम के कवरेज हेतु भेजने की कृपा करें. यात्रा १७/०८/१२ को दोपहर ११.३० बजे हनुमान मन्दिर यमुना बाज़ार से प्रारंभ होकर चाँदनी चौक स्थित गौरी शंकर मंदिर पहुंचेगी जहां सभा कर महा चालीसा का पाठ होगा.

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